
लखीसराय जिला।बड़हिया प्रखंड के टाल क्षेत्र अंतर्गत तुरकैजनी गांव में बाबा महतो साहब कमिटी के द्वारा बिहार के प्रथम शहीद रामफल मंडल की 97वीं जयंती 6 अगस्त 2021 को मनाई गई ।
Friday, August 6, 2021
बड़हिया प्रखंड के टाल क्षेत्र अंतर्गत तुरकैजनी गांव में बाबा महतो साहब कमिटी के द्वारा बिहार के प्रथम शहीद रामफल मंडल की 97वीं जयंती 6 अगस्त 2021 को मनाई गई । इस मौके पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी । मौके पर कमिटी के अध्यक्ष दीपक कुमार मेहता ने कहा कि शहीद रामफल मंडल का जन्म बिहार के सीतामढ़ी जिले में बाजपट्टी थाने के मधुरापुर गांव में 6 अगस्त 1924 को हुआ था । 9 अगस्त 1942 को गाँधी जी के आह्वान पर अंग्रेजों के खिलाफ छेड़े गये भारत छोड़ो आंदोलन का बिहार में काफी प्रभाव था। आंदोलन की आग सीतामढ़ी में भी तेजी थी और पुलिस निहत्थे लोगों पर गोलियां चला रही थी । सीतामढ़ी में इस आंदोलन का नेतृत्व 18 साल के नौजवान रामफल मंडल कर रहे थे 24 अगस्त 1942 को सीतामढ़ी के बाजपट्टी चौराहे पर सैकड़ों आंदोलनकारी लाठी-डंडे भाले तथा देसी हथियार के साथ प्रदर्शन के लिए जमा हुए। रामफल मंडल ने इस आंदोलनकारी के नेतृत्व करते हुए बाजपट्टी चौक पर सीतामढ़ी के एसडीओ एक हवलदार और दो सिपाही को गड़ासे से सर धर से अलग कर दिया तमाम जगहों से ब्रिटिश झंडा उखाड़ फेंका जगह जगह तिरंगा लहराने लगा अंग्रेज अधिकारियों के हत्या के जुर्म में उन पर कांड संख्या 473/42 के तहत भागलपुर न्यायालय में मुकदमा चला। 23 अगस्त 1943 को सुबह में भागलपुर जेल में उन्हें फांसी दिया गया । फांसी से पहले जेलर ने जब रामफल मंडल जी से अंतिम इच्छा पूछा तो उन्होंने जवाब दिया था कि मेरी अंतिम इच्छा यही है कि अंग्रेज भारत छोरे। इस अवसर पर कमेटी के सदस्य राजाराम महतो,संत महतो,भोनू महतो, राजेश महतो सिंघेश्वर महतो,मल्हु महतो,सुरेश महतो,सुधांशु मेहता,प्रवेश कुमार मेहता,राहुल कुमार,मकुल कुमार,अभित कुमार सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।