मनरेगा में भारी अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने कार्यक्रम पादाधिकारी और प्रखण्ड पदाधिकारी को दिया आवेदन।

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बिहारः- सुपौल 
राजेश्वरी पूर्वी पंचायत के नहरों की तल की सफ़ाई और बांध मरम्मती के नाम पर छील मोठ और घास हटाओ अभियान चलाया जा रहा है। 
जिसको लेकर युवा समाजसेवी कृष्णा राज ने वार्ड सदस्यों और ग्रामीणों के साथ मुखिया के विरुद्ध प्रखण्ड विकास पदाधिकारी और कार्यक्रम पदाधिकरी को दिया आवदेन।
युव कृष्णा राज ने लिखित आवदेन में लिखा है राजेश्वरी में किए गए मनरेगा योजना में अभिकर्ता एवं राजेश्वरी पूर्वी मुखिया रूबी कुमारी के द्वारा मुरलीगंज नहर (78RD) से आगे नहर की तल की सफ़ाई और बाँध मरोम्मती के नाम पर सिर्फ़ नहरों को छील मोठकर तल सफ़ाई के जगह घास की सफ़ाई किया गया है, बाँध मरोम्मती कार्य के जगह सिर्फ़ और सिर्फ़ खाना पूर्ति किया गया है. जिसमें मुखिया और विभागीय अधिकारियों के मिलीभगत से 25 और 50 मज़दूर के जगह घर में सो रहे 100 और 200 से अधिक मजदूरों का फर्जी मास्टर रोल बनाकर फर्जी बारे तरीके से राशियों का निकासी किया जा रहा है और विभाग के आंखों में धूल झोंकने का काम किया जा रहा है, जबकि नहर की स्थिति जर-जर है नहर में पानी छोड़े जाने पर कई दफा 78RD के समीप नहर टूटा भी है जिससे किसानों का फ़सल का भारी नुक़सान हुआ है, नहर की बाँध की स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण किसानों के खेतों तक समय पर पानी नहीं पहुंच पाता है लेकिन मनरेगा योजना द्वारा तल सफ़ाई और बाँध मरोम्मती के नाम पर सरकार द्वारा दिए जा रहे राशियों को निकलवाने के लिए घास हटाओ मुहिम चलाए जा रहे कई तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
जबकि जल संसाधन विभाग का मंशा साकारात्मक है की प्रकार नहरे दुरुस्त हो और सभी किसानों तक पानी पहुचाई जाए, लेकिन मंशा तब फली भूत होती हैं जब प्रयास ईमानदारी पूर्वक हो, लेकिन जब काम करवाने के प्रति ईमानदारी न हो तो साकारात्मक सोच का मायने बदल जाते हैं।
स्थिति पर नज़र डालों तो पंचायत में अधिकतर योजनाओं के नाम पर लाखों लाख की लूट की जा रही है।
आख़िर जब लाखों लाख खर्च करने पर मैन कैनाल ही अस्तव्यस्त रहेगा जगह बार बांध टूटेगा तो ग्रामीण केनाल में कैसे पानी जाएगा और सभी किसानों के खेतों तक पानी कैसे पहुंचेगा फसलों की प्यास कैसे बुझेगी, इस यक्ष प्रश्न का ज़बाब विभाग सभी दिनों से कतराता रहा है। मनरेगा में तह तक पहुंच चुकी है ठीकेदारी प्रथा।
इस योजना में भारी अनियमितता और फर्जी मास्टर रोल बनाकर राशियों की निकासी को लेकर ग्रामीणों ने कहा की योजनाओं की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो ताकि पुनः इस तरह के कदम उठाने से पहले कोई विभागीय अधिकारी और अभिकर्ता सैकड़ों बार सोचे फिर भी नहीं कर सके।
मौके पर कृष्णा राज, दिलीप यादव, नंदकिशोर यादव, श्यामल राम, मनोज राम, उमेश यादव, दिलीप ठाकुर, पूरण कुमार यादव, मुकेश कुमार, रमेश यादव, ललन यादव, महानंद यादव, सुनिल यादव, रूपेश कुमार, सुबेन कुमार, मौजूद रहे।

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